यह पोस्ट में “Tasty दाल-बादाम का हलवा in 15 min.” की एक सारांशिक रेसिपी प्रस्तुत की गई है, जो 15 मिनट में बनाई जा सकती है। Daal badam ka halwa में बादाम को 3 घंटे भिगोकर और छिलके निकालकर पीसने का तरीका बताया गया है। फिर मूंग दाल को भिगोकर और पीसकर हलवा की बेस बनाई गई है। इसके बाद घी में फ्राई किया गया मूंग दाल में पीसे हुए बादाम और उबले हुए दूध को डालकर मिलाकर तैयार किया जाता है। साथ ही, साफ किया गया है कि विभिन्न सामग्रियों और शब्दों के अंग्रेजी अर्थ क्या होते हैं। इसके अलावा, समय और सामग्रियों के साथ-साथ इस रेसिपी के संबंधित सामान्य प्रश्नों का भी समाधान किया गया है।

Tasty दाल-बादाम का हलवा in 15 min.

सामग्री (Daal badam ka halwa INGREDIENTS):

Bhigi huwi Mong daal

बादाम – १ कप (३ घंटे भिगोकर फिर उसके छिलके निकाल ले )

ALMONDS – 1 CUP (SOAKED FOR 3 HOURS AND PEALED)

 मुंग दाल – १ कप ((३ घंटे भिगोकर ले) MUNG DAL – 1 CUP (SOAKED FOR 3 HOURS)

देसी घी – १ कप (DESI GHEE – 1 CUP)

दूध – २ लिटिर को उबाल कर एक लिटिर कर ले (MILK-2L BOILED TO 1L)

शक्कर – १ कप (SUGAR – 1 CUP)

केशर – १/४ चम्मच (दूध में भीगा हुवा) SAFFRON – 1/4 TSP (SOAKED IN MILK)

पिस्ता (कटा हुवा) – 2 चम्मच PISTACHIOS (CHOPPED) – 2 TABLESPOON

इलाइची पाउडर – १ चम्मच CARDAMOM POWDER – 1 TABLESPOON

देसी घी – १ कप (DESI GHEE – 1 CUP)

Bhige huwe badam

रेसिपी (Daal badam halwa recipe)

Daal badam ka halwa पहली आवश्यकता (pre-requisite) :

दाल बादाम का हलवा बनाने के लिए हम ने एक कप बादाम लिए उसको पानी में भिगोया और ३ घंटो तक भिगोके रखा उसके बाद उसके छिलके निकाल लिए.

इसके साथ हम ने एक कप मूंगदाल ली है बिना छिलके वाली इसको भी ३ घंटो तक भिगोये, भिगोने से पहले इसे ३ से ४ बार पानी से धो ले जिससे इसका पूरा सफ़ेद पाउडर निकल जाए.

 अब इस भीगी हुवी दाल का पानी अच्छी तरह से निकाल ले और चेक करे अच्छी से भीगी है या नहीं अगर हाथ के उंगलियों से दबाकर देखे और फुटने लगे तो समझ जाए अच्छे से भीग गई है. तो इस दाल को एक सूती कपडे पे फैन के निचे ५- १० मिनट्स तक सुखाले ताकि इसमें का पानी निकल जाए. इस दाल को पूरी तरह से नहीं सुखानी है इसे केवल ऊपर का पानी सुखाना है.

Daal badam ka halwa में दाल की पेस्ट बनाले :

Mung daal paste banaye

अब इस दाल को मिक्सर के सहायता से अच्छे से और महीन पीसने के लिए इसमें पानी की जगह १/४ कप देसी घी का इस्तेमाल करे और इसी तरीके आप थोड़ा थोड़ा घी डाल कर मिक्सर चलते रहे इस तरीके से आप एक कप घी का इस्तेमाल करे एक कप दाल में एक कप घी का उसे करे जिससे आप के दाल का एक अच्छे से पेस्ट बन जाएंगा.और इस तरह से घी का इस्तेमाल करते हुवे दाल को पिसते रहिये.

इस तरह से महीन पीसी हुवी दाल से हलवा बोहत ज़्यादा अच्छा बनता है. और जिस तरह से घी का इस्तेमाल करके आप दाल पिसेंगे इससे २ फायदे होंगे. एक तो इससे दाल अच्छे से पीस जाएंगी और दूसरा जो इसमें घी है वो हर एक दाल के दाने में अच्छी तरह से मिक्स हो जाएंगे और इसका फायदा आप दाल को सेखेंगे तब महसूस करेंगे.

अब पीसी हुवी दाल को एक बाउल / कड़ाई में निकाल ले और उसी मिक्सी के जार में भीगी हुवी बादाम को अच्छे से छील कर इसमें डाल दे.

Daal badam ka halwa में बादाम को पीसले :

Badam ko pis le

अब इस बादाम को पीसने के लिए कुछ पानी वगैरा का इस्तेमाल नहीं करना है और इसे धर धरी पीसनी है इसको एक दम महीन नहीं पीसनी है. इसमें कुछ कुछ बड़े टुकड़े भी रहे गए हो तो रहने दे ये हलवे में अच्छे लगते है.अब इस पिसे हुवे बादाम को साइड में रख ले और दाल को कड़ाई में डालकर सेकना शुरू कर दे.

जब भी हलवा बनाते हे तो इस पीसी हुवी दाल को अच्छे से सेकना बोहत ज़्यादा ज़रूरी काम होता है. और इसे करने में मेहनत लगती है लेकिन इसे घी डाल कर पीसने की वजह से ये ज़्यादा मेहनत नहीं लेंगी और आधे घंटे का काम ३-५ मिनट्स में ही हो जाए गा. इसे लोफ्लेम पे लगातार पलटा चलाते  रहना है. लगातार चलाते रहने से इसकी बोहत अच्छे से सिकाई हो जाएंगी. ये टाइम में अगर पानी डाल कर सिखाई की  तो दाल में सबसे पहले पानी सुखेंगा और पानी सूखने से पहले लम्स बन जाएंगे और उस समय में अगर अच्छी तरह से हैंडल न हो तो दाल अच्छे से नहीं सीखती और हलवा भी अच्छा नहीं बनता.

Daal badam ka halwa में दाल की सिकाई :

Daal ki sikaai

हम ने घी डाल कर पीसने की वजह से अच्छे से लम्स बन रहे हे और आधे घंटे का काम ५ मिनट्स के अंदर हो जाता है. इसमें से मॉइस्चर सूखने के बाद इसके दाने अलग-अलग हो जाएंगे और उसके बाद में जब पूरा मॉइस्चर हट जाएंगा तब ये दाल के दाने घी के अंदर अच्छे से फ्राई हो जाएंगे. और फ्राई होने के बाद ये दाल गोल्डन कलर में आ जाएंगी ये सारी प्रोसेस आप धीमी आंच में ही करे. क्यूंकि अगर थोड़ी भी तेज़ आंच की तो कही से दाल सिख जाएंगी तो कही से कच्ची रहे जाएंगी और उसके कारण हलवे का स्वाद अच्छा नहीं आएंगा .

 अगर मोटे पेंदे की कढ़ाई ले तो इस दाल की अच्छे से सिकाई कर सकते इसमें दाल चिपकेंगी नहीं वही अगर पतले पेंदे के कड़ाई में आप को बोहत दिक्कत होंगी.

इसलिए कोशिश करे की मोटे पेंदे की कड़ाई हो इसमें आप लोहे की कड़ाई ले सकते है एल्युमीनियम की कड़ाई ले सकते है या नॉनस्टिक की कड़ाई ले सकते है बस मोटे पेंदे की कड़ाई चाहिए.और धीमें आंच पर सेके.

जैसे जैसे इसका मॉइस्चर काम होंगे आप देखेंगे दाने अलग अलग हो रहे है और घी के अंदर दाने फ्राई हो रहे है और जब दाने गोल्डन कलर में आ जाए तो समझ लो के अच्छे से फ्राई हो गए हे इस में पीसे हुवे बादाम डाल दे और बादाम को दाल के साथ सेकना शुरू करे क्यूंकि बादाम जल्दी से सिक जाते है तो इसे अलग से सिकने की ज़रूरत नहीं है.दाल में जो भी लम्स बचे है इसे अच्छे से दबाकर मिक्स करे.

Daal badam ka halwa में दूध को थोड़ा थोड़ा कर के डाल दे :

Add milk

इसके बाद आप को २ लीटर दूध लेना है जिसे गर्म करके आधा यानी १ लीटर बना देना है (अगर आप दूध के जगह खावे से बनाना चाहते हो तो दूध के जगह खावे का इस्तेमाल कर सकते हो ). अब अगर आप देखे की दाल का कलर change हो चूका है घी भी छूटने लगा है तो इस स्टेट में आप इसमें दूध को थोड़ा थोड़ा कर के डाल दे ताकि घी ज़्यादा उछल कर बहार न आये और इसे लगातार चलाते रहिये और गरमागरम दूध डालते रहीये अगर आप ठंडा दूध डालेंगे तो हलवा पड जाएंगे और हलवा बनने में काफी समय लग जाएंगा.

अगर आप खवे का उसे करना चाहो तो दाल और बादाम को सेकने के बाद उसमे खवे का इस्तेमाल करे और अच्छे से मिक्स करे अच्छे से मिक्स होने के बाद उसमे थोड़ा थोड़ा गरम पानी डाल  कर हलवे को पकाये तब आप को दूध की ज़रूरत नहीं पड़ेंगी.

लेकिन दूध से हलवा अच्छा बनता है. मार्किट वाले खवा में मिलावट की सम्भावना ज़्यादा होती है इसलिए खावा की जगह आप घर में दूध लेकर बनाते हो तो उससे ज़्यादा स्वादिष्ट और अच्छा बनता है.

दूध डालकर हलवे को अच्छे से पकने के बाद इसमें १ कप शक्कर डाल दे . शक्कर आप अपने स्वाद के अनुसार काम ज़्यादा डाल सकते हो. अक्सर हलवाई लोग जितनी दाल लेते है उतनी ही शक्कर का इस्तेमाल करते है . पर आप चाहो तो इसमें सवा कप भी शक्कर डाल सकते हो.

शक्कर डालने के बाद इसका टेम्परेचर थोड़ा बढ जाता है और इस टेम्परेचर में हलवा सिखने के बाद इसको बोहत प्यारा कलर आने लगता है.

सजावट (Daal badam ka halwa Decoration) :

सजावट (Decoration)

इसके बाद जब हलवा अच्छे से पक कर घी छोड़ने लगे तो इसमें केसर का दूध ऐड कर दे.(अगर. आप के पास केसर न हो तो आप फ़ूड कलर भी इस्तेमाल कर हलवे हो)

२ टेबल स्पून कटा हुवा पिस्ता डाल देंगे

१ टेबल स्पून पीसी हुवी हरी इलायची डाले

और इनको अच्छी तरह से मिक्स कर दे और घी छोड़ने तक हलवे को पकाले.

तो ये हलवाई वाला दाल बादाम का हलवा बनके तैयार हो जाएंगे और अगर आप इसे हमारी बताई हुवी विधि से बनाएंगे तो आप इसे फ्रीज में १ महीने तक भी रख कर खा सकते हो.

What is dal meaning in english ?

beans,lentils or peas

What is moong dal meaning in english ?

Yellow Lentils

what is badam meaning in english ?

Almonds

what is kaccha badam meaning in english ?

Raw almonds

What is halwa meaning in english ?

pudding

Where is origin of halwa dish ?

 origin in Arabic lands and came to India.

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